जूते में थूक कर UKG के बच्चे से चटवाया, मारे 30 चाटें, दूसरी क्लास के छात्र की हरकत पर सन्न लोग, हत्या की धमकी से महीनों नहीं गया स्कूल..
उत्तर प्रदेश के आगरा से 6 साल के बच्चे से स्कूल में मारपीट और थूक चटवाने का मामला सामने आया है. मामले का खुलासा करते हुए यूकेजी के पीड़ित बच्चे ने बताया कि उसे सेकंड क्लास के बच्चे ने पहले 30 बार थप्पड़ मारे थे और बाद में बाथरूम में बंद कर दिया था। इस दौरान सिनियर छात्र ने मारने की धमकी देते हुए थूक चटवाया था। परिजनों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए स्कूल प्रशासन ने बच्चे के साथ मारपीट करने और थूक चटवाने वाले छात्र के स्कूल आने पर रोक लगा दी है।
आगरा के लोहामंडी क्षेत्र रहने वाले सोल कारोबारी का छह साल का बेटा दिल्ली पब्लिक स्कूल में प्रैप टू (प्री प्राइमरी) कक्षा का छात्र है। कारोबारी का बेटे तीन फरवरी से स्कूल नहीं गया. परिवार जब भी उसे स्कूल जाने के लिए कहता तो वह डर के मारे कांपने लगता था. परिवार को लगा कि शायद बच्चे को बुखार होगा इसलिए वह कांप रहा है। उन्होंने बच्चे के लिए उसे डॉक्टर को दिखाया, लेकिन वह ठीक नहीं हुआ.
‘मुझे मत मारो’
परिवार के लोगों का पता ही नहीं चला रहा था कि बच्चे को क्या हो गया. बच्चे रात में सोते-सोते बड़बड़ाता था, लेकिन कुछ दिनों किसी ने इस बात पर ध्यान की वह क्या बोल रहा है. हालांकि, एक दिन परिजनों ने ध्यान दिया कि वह सोते-सोते बड़बड़ा रहा है कि मुझे मत मारो। यह सुनकर परिवार के लोग हैरान रह गए और सोचने लगे कि वह ऐसा क्यों बोल रहा है। इसके बाद परिजन बच्चे को बाल रोग विशेषज्ञ पास ले गया, जहां उन्होंने बच्चे को भरोसे में लेकर पूछा तो उसने अपनी पूरी आपबीती के बारे बताया दिया।
बच्चे से थूक चटवाया
बच्चे ने बताया कि एक गंदा बच्चा उसे परेशान करता है, उससे थूक चटवाया है। इसके बाद परिवार को पता चला कि आखिर बच्चों डरा हुआ क्यों था? बच्चे ने डर के मारे बात नहीं बताई थी। छात्र ने बताया कि सीनियर छात्र ने एक बार वॉशरूम में बंद कर दिया था। इसके बाद आरोपी बच्चे ने बाद सवा महीने पहले छुट्टी के बाद अपने जूतों पर थूक कर उससे चटवाया था। इस दौरान मना करने पर करीब 30 चाटे मारे थे। साथ ही उसे धमकाया भी था कि घर में किसी को बताया तो रस्सी से बांधकर गला काट दूंगा, इसी डर से बच्चा स्कूल नहीं जा रहा है।
जांच में जुटी पुलिस
बच्चे के पिता का आरोप है कि उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत स्कूल प्रशासन से की, लेकिन उन्होंने कोई संतुष्ट उत्तर नहीं दिया। कार्रवाई न होने से परेशान होकर पीड़ित बच्चे के पिता ने इस संबंध में अपर पुलिस आयुक्त संजीव त्यागी से मिलकर पूरा प्रकरण की शिकायत की है। मामले की जानकारी देते हुए अपर पुलिस आयुक्त का कहना है कि मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगेउनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
‘आरोपी बच्चे के स्कूल आने पर रोक’
मामले की जानकारी देते हुए स्कूल निदेशक सुनील अग्रवाल ने बताया कि पीड़ित बच्चे के परिजनों ने फोन करके शिकायत दी थी, जिसके बाद हमने बस अटेंडेंट को हटाकर जांच शुरू कर दी दी है। इसी के साथ जांच पूरी होने तक आरोपी बच्चे के स्कूल आने पर भी रोक लगा दी है।