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वाराणसी गैंगरेप केस में पलटा पासा..पीड़िता की सहेली ने खोली पोल..सबूतों को लेकर निर्दोषों के परिजन पीएम कार्यालय जुलूस की शक्ल में गए..

वाराणसी गैंगरेप केस में पलटा पासा..पीड़िता की सहेली ने खोली पोल..सबूतों को लेकर निर्दोषों के परिजन पीएम कार्यालय जुलूस की शक्ल में गए..


वाराणसी, ब्यूरो। शहर के चर्चित सामूहिक रेप कांड में आज मंगलवार एक नया मोड़ सामने आया है। आज आरोपियों के परिजन और परिचित जुलूस की शक्ल में पीएम कार्यालय गए, जहां उन्होंने भुक्तभोगी लड़की के खिलाफ सबूतों को सौंपा और निर्दोष लोगों को बाइज्जत रिहा करने की मांग की।

हाथों में "निर्दोषों को न्याय दो", "राजनीतिक रोटियां सेंकना बंद करो" जैसे नारे लिखी तख्तियों के साथ पहुंचे इन लोगों ने एक चार्ट सौंपा, जिसमें आरोपितों को बेकसूर साबित करने वाले ऑडियो, वीडियो, लोकेशन और इंस्टाग्राम पोस्ट्स जैसे साक्ष्य शामिल थे।

पीड़िता की दोस्त ने खोले राज

वहीं, इस हाई-प्रोफाइल केस में उस समय भूचाल आ गया जब कथित पीड़िता की सहेली सामने आई और एसीपी भेलूपुर को दिए ज्ञापन में सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़िता ने उसके भाई को शादी से इनकार करने पर फंसाया है। सहेली का कहना है कि पीड़िता दस लड़कों से संपर्क में थी और जब उसका भाई शादी से मुकरा, तो उसने उसे झूठे केस में फंसा दिया।

सहेली ने मीडिया से क्या कहा?

सहेली ने मीडिया से कहा, "जिस वक्त कथित घटना हुई, वो मेरे साथ मॉल गई थी, फोटोशूट किया, कपड़े ट्राई किए, बिल्कुल सामान्य थी। यहां तक कि एफआईआर के बाद भी मुझसे फोटो मांग रही थी।" इस बीच परिजनों ने सवाल उठाया कि यदि पीड़िता 29 मार्च को गायब हुई, तो 4 अप्रैल तक FIR क्यों नहीं हुई? 23 लोगों द्वारा दुष्कर्म के आरोप के बावजूद उसके शरीर पर कोई चोट क्यों नहीं?

मामले में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं, पुलिस कमिश्नर पर भी सवाल उठने लगे हैं। फिलहाल SIT जांच जारी है, लेकिन सच की परतें अब खुद पीड़िता के करीबियों द्वारा ही खोली जा रही हैं।.