आजमगढ़ :: थाने में युवक की मौत को सांसद ने बताया हत्या, पीड़ित परिवार को दिया चेक; बोले- पिछड़ों का हक मार रही बीजेपी...
आर एस यादव, जिला ब्यूरो। आजमगढ़ के तरवां थाने में सनी की सुनियोजित हत्या की गई है। कारण कि पुलिस तरवां थाने से मात्र 500 मीटर दूरी पर तरवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है। आजमगढ़ और तरवां के बीच मेडिकल कालेज है, उसमे सनी को नहीं ले गए, सीधे सनी को मोर्चरी में ले जाकर रख दिए।
ये परिजनों का साफ मानना है कि सनी की हत्या की गई है। पुलिस ने भी लोगों के दिलों में बैठे आक्रोश को शांत करने के लिए कुछ पुलिसकर्मियों पर एफआईआर कर चुप्पी साध गई। ये दिखावटी एफआईआर की गई अन्यथा अब तक आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हो जाती। उक्त बातें आजमगढ़ लोकसभा के सांसद धर्मेंद्र यादव ने कही।
उन्होंने बताया कि सनी के परिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से सनी के एक लाख रुपये का पार्टी ने चेक दिया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग दिखावटी इवेंट बहुत करते हैं। काम इवेंटों से नहीं चलेगा। काम सच्चाई से चलेगा। जनता सच्चाई और उनकी इमानदारी समझ चुकी है।
बोले- सरकार की नीयत ठीक नहीं
भाजपा 14, 17, 19, 22 और 24 का चुनाव लड़ चुकी है। इन पांच चुनावों में इनके संकल्प पत्र पढ़ लीजिए। उसके बाद जो किया उसका आकलन कर लीजिए। इसके बाद भाजपा के कहे हुए किसी बात का भरोसा करिए। वक्फ बोर्ड की जमीनें जिस उद्देश्य के लिए दान की गई उस काम में इस्तेमाल होने चाहिए।
सरकार को इसमे कोई दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए
हम लोगों ने सड़क से लेकर संसद तक अपनी बात को रखा। जिनकी बैसाखियों पर सरकार ने इस बिल को पास किया है। उन प्रांतों की जनता समर्थन करने वालों को सबक जरूर सिखाएगी, चाहे वो बिहार, आंध्र प्रदेश या फिर उत्तर प्रदेश का छोटी सी जगह ही क्यों न हो।
उन्होंने कहा इस बिल के विरोध में हम सभी सर्वोच्च न्यायालय में गए हैं। उम्मीद है कि जिस प्रकार का यह संविधान विरोधी बिल है, निश्चित तौर पर न्यायालय में स्टैंड नहीं करेगा। न्यायालय इसे खारिज करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के कई मुंह है, ये अलग-अलग मुंह का अलग-अलग समय पर इस्तेमाल करते हैं।
वक्फ बोर्ड की जमीनों पर भी साधा निशाना
समय के हिसाब से अलग-अलग भाषा बोलते हैं। इनकी नियत मुस्लिम भाइयों की जमीन व दलित समाज का आरक्षण छीनने की है। वहीं आयुष्मान योजना पर भी जमकर निशाना साधा। कहा कि सरकार के जो इलाज कराने के स्थान हैं वो खुद ही बीमार है।
संसद की स्वास्थ्य मंत्रालय की स्थायी समिति ने कहा एम्स में चिकित्सकों की कमी है। साथ ही लखनऊ, आजमगढ़ सहित अन्य जिलों में मेडिकल कर्मचारियों की कमी है। कहा कि संविदा कर्मचारियों को तो मानदेय भी समय से नहीं मिल रहा है। सरकार लगातार विद्यालयों को कमजोर कर रही है।
सरकार नहीं चाहती कि उन्हें बेहतर शिक्षा मिले
आयुष्मान कार्ड भी सुचारू रूप से नहीं चल रहा है। इस सरकार को बदलिए सभी व्यवस्था बदल दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि ये देश संविधान से चलेगा। कुछ लोग नफर पैदा कर रहे हैं। कोई हिंदू गांव बनाने की बात कर रहा है। सपा के लोग लगातार लड़ रहे हैं। बाबा साहब के सपनों का देश बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।