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यूपी में गो-तस्कर गैंग का पर्दाफाश, घर के अंदर ही काट रहे थे पशु, पैकेट में भरती थीं महिलाएं, मुठभेड़ में एक घायल...

यूपी में गो-तस्कर गैंग का पर्दाफाश, घर के अंदर ही काट रहे थे पशु, पैकेट में भरती थीं महिलाएं, मुठभेड़ में एक घायल...

जिला बरेली। बारादरी पुलिस ने गो तस्करी के एक बड़े गैंग का राजफाश किया है। इस गैंग के राजफाश के दौरान पुलिस पर हमला भी हुआ और तस्करों से मुठभेड़ भी हुई। एक आरोपित के पैर में गोली लगने के बाद जब उसे गिरफ्तार किया गया तो पूछताछ में धीरे-धीरे परतें खुलने लगी। पुलिस अभी तक इस गैंग में पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। अन्य आरोपितों की तलाश जारी है।

बारादरी पुलिस को 11 अप्रैल को सूचना मिली कि पुराना शहर में कटरा चांद खां में वसीम के घर पर गोवंशीय पशुओं को काटा जा रहा है। उन्हें वहां से छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर लोगों के घरों पर सप्लाई की जाती है।

पुलिस जब वसीम के घर पहुंची तो आरोपित छत के सहारे मौके से फरार हो गए। मौके से पुलिस ने करीब 1.5 क्विंटल गोमांस बरामद किया। साथ ही उन्हें काटने वाले उपकरण भी बरामद किए।

पुलिस ने इस मामले में वसीम उसका मित्र रिजवान उर्फ पिन्ना, कासिम उर्फ शानू व वसीम की पत्नी हुमा समीर कुरैशी के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी। सोमवार तड़के पुलिस को सूचना मिली कि वसीम के घर पर गोकुशी की घटना में शामिल कसाई टोला निवासी आरोपित कासिम उर्फ शानू भरतौल से हरूनगला की ओर जाने वाले रास्ते में फैक्ट्री के पास स्कूटी से खड़ा है।

पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची तो आरोपित ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। बचाव के लिए जब पुलिस ने फायरिंग की तो एक गोली कासिम उर्फ शानू के पैर में लगी।

इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। कासिम ने पूछताछ में बताया कि, उसके इस गैंग में वसीम की मां फूलवानों, उसकी बहन सना, वसीम का भाई फईम और वसीम का एक मित्र फैय्याज के अलावा कुछ अन्य लोग भी शामिल है।

इसके बाद पुलिस ने फूलवानों, सना, फईम और फैय्याज को भी गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपितों से पूछताछ शुरू की गई तो उन्होंने बताया कि गोकुशी का मुख्य आरोपित वसीम व उसका मित्र रिजवान उर्फ पिन्ना फैय्याज के घर पर छिपे बैठे हैं।

पुलिस जब फैय्याज के घर पर पहुंची तो फैय्याज की पत्नी छोटी, नूरजहां, बेटी सोफिया, जुनैना और जुनैना के लड़के ने पुलिस पर हमला कर दिया। आरोपितों ने वांछितों को नहीं पकड़ने दिया। मौके का फायदा उठाकर दोनों आरोपित फरार हो गए।

घटना के बाद पुलिस ने हमला करने वाले लोगों के विरुद्ध भी प्राथमिकी पंजीकृत कराई है। वहीं, फूलवानों, सना, फईम, फैय्याज और मुठभेड़ में घायल कासिम को जेल भेज दिया है। अन्य आरोपितों की तलाश जारी है।

कैसे करते थे गो मांस का कारोबार?

पुलिस ने आरोपितों से पूछताछ की तो पता चला कि गोवंश को पकड़ने व उसकी हत्या करने का काम वसीम, रिजवान उर्फ पिन्ना, कासिम और फैय्याज करते हैं। गोवंश की हत्या के बाद उसके बड़े-बड़े टुकड़े करके वसीम के घर पर लाया जाता है।

वहां पर वसीम की पत्नी, बहन और मां उन गोवंश के छोटे-छोटे टुकड़े करके एक-एक और दो-दो किलो के पैकेट में भरकर तैयार कर देती हैं। उन पैकेट को एक गत्ते के बाक्स में भरकर स्कूटी के माध्यम से शहर में जगह-जगह सप्लाई किया जाता है। जिसे भी जरूरत होती माल को उसके घर पर पहुंचा दिया जाता।

आरोपितों ने बताया कि वसीम का एक घर मालियों की पुलिया से थोड़ा सा आगे भी है जिसमें अक्सर ताला लगा रहता है।

लोग उसी घर के बारे में जानते हैं, हाल ही में वसीम ने पुराना शहर में मुस्लिम आबादी के बीच एक नया घर लिया है। जिसमें यह पूरा धंधा किया जा रहा था इस घर के बारे में सिर्फ परिवार के लोग ही जानते थे किसी और को नहीं पता था।

घटना में शामिल सभी आरोपितों की तलाश की जा रही है। अभी तक एक इस पूरे मामले में पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से एक आरोपित के साथ पुलिस की मुठभेड़ भी हुई है। जल्द ही अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
- मानुष पारीक, एसपी सिटी, बरेली।