यूपी में सभी गाड़ियों के चालान को लेकर सरकार ने जारी किए नए नियम...
लखनऊ राज्य, ब्यूरो। उत्तर प्रदेश सरकार ने वाहन चालकों की सहूलियत और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए चालान व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया है। अब राज्य में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर जारी चालानों का भुगतान मौके पर ही किया जा सकेगा। इसके लिए परिवहन विभाग ने अधिकारियों को पीओएस (POS) मशीनें उपलब्ध कराई हैं, जिससे चालान की प्रक्रिया न केवल त्वरित होगी, बल्कि भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगेगी।
कैसे काम करेगी नई प्रणाली?
अब जब भी कोई वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता है, तो संबंधित अधिकारी पीओएस मशीन के जरिए चालान काटेगा। वाहन स्वामी चाहे तो वहीं पर डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या जल्द ही यूपीआई के माध्यम से चालान की रकम जमा कर सकता है। इससे पहले चालान भरने के लिए वाहन मालिकों को आरटीओ कार्यालय या जनसुविधा केंद्रों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन अब यह प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल और पेपरलेस हो जाएगी।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से हुआ करार
परिवहन विभाग ने इस नई प्रणाली के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के साथ साझेदारी की है। शुरुआत में यह सुविधा प्रदेशभर के 270 से अधिक आरटीओ प्रवर्तन, एआरटीओ प्रवर्तन और यात्री कर अधिकारियों को दी जा रही है, जिनके पास ये पीओएस मशीनें होंगी।
विभाग को क्या लाभ होगा?
1 .रीयल टाइम मॉनिटरिंग: चालान की सारी जानकारी रीयल टाइम में परिवहन विभाग के सर्वर पर दर्ज होगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी।
2 .भ्रष्टाचार पर रोक: नकद लेन-देन की आवश्यकता न होने के कारण रिश्वतखोरी की संभावनाएं घटेंगी।
3 .राजस्व में वृद्धि: तत्काल जुर्माना जमा होने से वसूली दर में भी इजाफा होगा।