काला मटका या लाल मटका, गर्मी में कौन रखता है पानी ज्यादा देर तक ठंडा?.. जानिए...
Black vs Red Pot : गर्मियों में मिट्टी का मटका हर घर की जरूरत बन जाता है। ये ना सिर्फ बिजली बचाता है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। इसका पानी ठंडा तो होता ही है, उसकी खूश्बू भी लाजवाब होती है.उसके पानी का सौंधा-सौंधा स्वाद अलग ही मजा देता है। इन दिनों बाजार में लाल और काटे मटकों की भरमार है। ऐसे में अक्सर लोगों के मन में एक सवाल आता है। दोनों में से कौन सा मटका ज्यादा अच्छा होता है। काले या लाल किस मटके में पानी ज्यादा देर तक ठंडा रखता है। आइए जानते हैं जवाब...
काला मटका vs लाल मटका, क्या है अंतर
काला मटका (Black Pot)
1. काले मटके को ज्यादा तापमान पर पकाया जाता है या इसे विशेष तरीके से धुएं में पकाया जाता है, जिससे यह काला हो जाता है।
2. इसकी दीवारें कम छिद्रयुक्त होती हैं, जिससे यह पानी को ज्यादा देर तक ठंडा रखता है।
3. इसकी बनावट थोड़ी मजबूत होती है, जो इसे ज्यादा टिकाऊ बनाती है।
लाल मटका (Red Pot)
1. लाल मटका प्राकृतिक मिट्टी से बना होता है. यह सामान्य तौर पर कम ताप पर पकाया जाता है।
2. इसके छिद्र बड़े होते हैं, जिससे यह पानी जल्दी ठंडा करता है लेकिन उतनी देर तक ठंडा नहीं रख पाता, जितना की काला मटका रखता है।
3. इसे पारंपरिक तौर पर ज्यादा शुद्ध माना जाता है, इसलिए अधिक इस्तेमाल भी किया जाता है।
कौन सा मटका रखता है पानी ज्यादा ठंडा
काला मटका पानी को लंबे समय तक ठंडा रखता है. इसकी बनावट ऐसी होती है कि यह बाहरी गर्मी को अंदर नहीं आने देता और पानी को खराब नहीं होने देता है. इसमें बैक्टीरिया भी कम पनपते हैं. इस पानी में खनिज तत्व भी ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं।
मटके का पानी सेहत के लिए कितना फायदेमंद
मिट्टी के मटके का पानी पाचन तंत्र को शांत करता है।
फ्रिज के पानी के मुकाबले मटके का पानी गले को नुकसान नहीं पहुंचाता।
इनमें नेचुरल कूलिंग रहती है. बिना किसी रासायनिक प्रक्रिया के पानी को ठंडा करता है।
कुछ रिसर्च के अनुसार मिट्टी के मटके में रखा पानी शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने में मदद करता है।
मटका खरीदते समय ध्यान रखें
मटका बिना किसी केमिकल पॉलिश के होना चाहिए।
खरीदने से पहले उसकी दीवारें देखें, ज्यादा पतला मटका जल्दी टूट सकता है।
अगर आप ज्यादा ठंडा पानी चाहते हैं तो काले मटके ले सकते हैं।
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।