चिराग पासवान ने जताई बिहार का सीएम बनने की इच्छा, बीजेपी ने कर दिया समर्थन...
बिहार, पटना। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के एक बयान ने बिहार की राजनीति का तापमान बढ़ा दिया है। चिराग पासवान ने कहा है कि मेरा बिहार मुझे बुला रहा है। चिराग ने कहा है कि वह ज्यादा समय केंद्र की राजनीति में नहीं रहना चाहते और उनको बिहार बुला रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव जब छह महीने दूर है। पांच दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार आने वाले हैं। ऐसे समय में चिराग पासवान का यह बयान बहुत अहम हो जाता है. चिराग के इस बयान ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
क्या चिराग पासवान बिहार चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं? क्या वे बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। आज उन्होंने जो संकेत दिए हैं, वे तो यही बताते हैं। चिराग पासवान ने कहा है कि, मेरा प्रदेश मुझे बुला रहा है, 'मेरे पिताजी केंद्र की राजनीति में ज्यादा सक्रिय रहे थे, लेकिन मेरी प्राथमिकता बिहार है और मैं ज्यादा समय तक केंद्र में नहीं रहना चाहता.' अब चिराग बिहार के ही तो नेता हैं। बिहार से ही लोकसभा सांसद हैं और उनकी पार्टी के पांचों सांसद बिहार से ही हैं, तो फिर चिराग बिहार में किस राजनीतिक सक्रियता की बात कर रहे हैं। इसका जवाब सिर्फ़ एक है। माता रीना पासवान की वह बात कि मेरा चिराग साहेब के सपने को पूरा करेगा। साहेब यानी रामविलास पासवान।
अब साहेब का कौन सा सपना था, जो अधूरा रह गया, तो इसका जवाब है बिहार का सीएम बनने का सपना। रामविलास पासवान दलितों के बड़े नेता बने। केंद्र में कई बार बेहद अहम मंत्रालयों को संभाला. रेल मंत्री भी बने, लेकिन सीएम नहीं बन सका। एक बार सत्ता की चाबी 2005 में रामविलास पासवान के पास आई भी थी, उनके 29 विधायक चुनाव जीतकर आए थे, लेकिन रामविलास पासवान के हाथ से तब भी सत्ता फिसल गई थी।
अब चिराग उसी सपने को यानी बिहार का सीएम बनने के सपने को पूरा करने बिहार आना चाहते हैं और बीजेपी की ओर से इसका समर्थन ही किया गया है। अब सवाल यह उठता है कि क्या चिराग पासवान की हिलोरे ले रही यह ख्वाहिश जदयू को मंज़ूर होगी? क्या सीएम पद पर टकटकी लगाए बीजेपी के नेताओं को यह मंज़ूर होगा कि चिराग आकर बिहार में सीएम बन जाए? इन सवालों का जवाब इतना आसान नहीं है, जवाब पाने के लिए इंतजार करना होगा।