कोई भी प्लेन पाकिस्तान से गुजरा तो.. ! भारत के बैन से तिलमिला उठा पाक, शहबाज सरकार ने दे डाली बड़ी वॉर्निंग...
इस्लामाबाद: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। इसको लेकर पाकिस्तान में खलबली मच गई है। इनमें 1960 की सिंधु जल संधि को समाप्त करना और राजनयिक संबंधों में कटौती जैसे कड़े निर्णय शामिल हैं। इन कदमों से पाकिस्तान की सरकार और नागरिकों पर सीधा असर पड़ा है।
इस बीच, पाकिस्तान ने भी एक बड़ा फैसला लेते हुए भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। पाकिस्तान की प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व में सरकार ने ऐलान किया है कि अब भारत से आने-जाने वाली वाणिज्यिक उड़ानों को पाकिस्तानी एयरस्पेस में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। भारत के हालिया फैसलों से नाराज पाकिस्तान ने गुरुवार, 24 अप्रैल 2025 को एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक भी बुलाई है।
इशाक डार ने दिया ये बयान
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने बुधवार देर रात एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि भारत द्वारा उठाया गया कदम जल्दबाजी में लिया गया निर्णय था। दरअसल, पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब जेद्दा से लौट रहे थे, तब उनका विमान पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से न होकर वैकल्पिक मार्ग से गया। जबकि इससे एक दिन पहले, मंगलवार को जेद्दा जाते समय उनका विमान पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से होकर गुजरा था।
उन्होंने आगे बताया कि NSC की बैठक में प्रधानमंत्री, अहम कैबिनेट सदस्य, पाकिस्तान के सेना प्रमुख और खुफिया एजेंसियों के प्रमुख शामिल होंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि विदेश मंत्रालय भारत के रक्षा, वायु और नौसेना के अताशे और उनके सहायक स्टाफ को निष्कासित किए जाने की जानकारी दे सकता है। हालांकि, भारत पहले ही इन अधिकारियों को वापस बुलाने का निर्णय ले चुका है और संबंधित पदों को समाप्त कर दिया गया है।
पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देते हुए कड़े फैसले लिए हैं। इनमें राजनयिक संबंधों में कटौती, सिंधु जल संधि को स्थगित करना और अटारी बॉर्डर को बंद करना शामिल हैं। एक मई तक भारत और पाकिस्तान के उच्चायोगों में काम कर रहे कर्मचारियों की संख्या घटाकर 55 से 30 कर दी जाएगी, जिससे राजनयिक उपस्थिति में और कमी लाई जाएगी।