Headlines
Loading...
 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल , मुख्यमंत्री ने दिया दिशा-निर्देश भूमिपूजन को भव्य करने की तैयारी

5 अगस्त को राम मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल , मुख्यमंत्री ने दिया दिशा-निर्देश भूमिपूजन को भव्य करने की तैयारी

KESHARI NEWS24

अयोध्या में 5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसपर मुहर लगा दी है. सीएम योगी ने शनिवार को अयोध्या में साधु-संतों के साथ बैठक में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. उनके आगमन के समय के पहले ही अयोध्या को पूरी तरह स्वच्छ और सुसज्जित कर दिया जाए.

पीएम मोदी के अयोध्या पहुंचने के पहले सीएम योगी ने शनिवार को तैयारियों का जायजा लिया. सीएम योगी तैयारियों का जायजा लेने राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे और रामलला के दरबार में माथा टेका. सीएम ने राम मंदिर निर्माण स्थल को भी देखा

इसके बाद योगी आदित्यनाथ सीधे हनुमानगढ़ी पहुंचे. यहां से सीएम योगी सीधे राम जन्मभूमि निर्माण कार्यशाला पहुंचे. इसके बाद मुख्यमंत्री सीधे कारसेवक पुरम पहुंचे, जहां उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात की. उन्होंने ट्रस्ट के पदाधिकारियों से मुलाकात की और अधिकारियों से भी वार्ता की.

मुख्यमंत्री ने दिया दिशा-निर्देश

साधु-संतों के साथ बैठक में सीएम योगी ने दिशा-निर्देश भी दिए. उन्होंने कहा कि हर मंदिर में 3 अगस्त से ही दीपक जलाए जाएं और 4 अगस्त को पूरी अयोध्या में दीपोत्सव जैसा माहौल हो. सभी मंदिरों में संकीर्तन प्रारंभ कर दिया जाए जो लगातार चलता रहे. इस पूरे कार्यक्रम को अयोध्या के दीपोत्सव जैसा बनाया जाए.

वहीं ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि किन-किन लोगों को इस कार्यक्रम में बुलाया जा रहा है, इसकी सूची नहीं बनी है, लेकिन कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए सीमित संख्या में ही लोगों को बुलाया जा रहा है. उन्होंने यह साफ कर दिया कि लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती जैसे लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे.

भूमिपूजन को भव्य करने की तैयारी

विश्व हिंदू परिषद की ओर से भी भूमिपूजन को भव्य करने की तैयारी है. 5 अगस्त को सुबह 10.30 बजे सें देश और दुनिया में सभी संत और महात्माओं से अपील की गई है कि वे अपने आश्रम, मंदिर और तमाम भक्त अपने घर या फिर पास के मंदिर और आश्रम में भगवान की पूजा और कीर्तन करें और प्रसाद बांटे. इसके अलावा अपने-अपने इलाकों में आयोध्या