मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा बयान : कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में ड्यूटी करते किसी सरकारी कर्मचारी की मौत हुई तो परिवार के एक सदस्य को मिलेगा सरकारी नौकरी
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एलान किया कि अगर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के दौरान ड्यूटी पर अगर किसी सरकारी कर्मचारी की मौत होती है तो परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी. पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण से अभी तक राज्य सरकार के 12 कर्मचारियों की मौत हुई है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मृत कर्मचारियों-डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों को मौत के बाद पदक और प्रमाण पत्र के साथ सम्मानित भी करेगी. 14 जुलाई को जारी किए गए हेल्थ बुलेटिन के आंकड़ों के मुताबिक, बंगाल में अब तक कोरोना वायरस के 31,448 मामले सामने आए हैं. 14 जुलाई को राज्य में कोरोना के 1,390 नए मामले सामने आए थे और 24 लोगों की मौत हुई थी. इस वायरस की वजह से अब तक पश्चिम बंगाल में 980 लोगों की मौत हो चुकी है.
राज्य सरकरा की तरफ से दिए गए आंकड़ों के अनुसार, 14 जुलाई को 11,102 सैंपल की जांच की गई और मंगलवार तक कुल 6 लाख 38 हजार 540 टेस्ट किए जा चुके हैं. प्रति दस लाख की आबादी पर राज्य में टेस्ट की संख्या 7,095 है.
पश्चिम बंगाल में 26 सरकारी और 54 प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज चल रहा है. कोविड अस्पतालों में आईसीयू बेड की संख्या 948 है. वहीं अस्पतालों में मरीजों के लिए 395 वेंटिलेटर्स उपलब्ध हैं. इसके अलावा 582 सरकारी क्वॉरन्टीन सेंटर्स में 4,388 लोग रह रहे हैं.