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सोनभद्र : डीडीटी छिड़काव में बड़ा घोटाले का खुलासा , एएनएम सेंटर में 1000 बोरी हो गई एक्सपाइरी
सोनभद्र । जिले में डीडीटी छिड़काव में बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परासी दूबे के एएनएम सेंटर में 1000 से अधिक बोरी डीडीटी भरी पड़ी है। बता दें कि डीडीटी में आधे से अधिक एक्सपाइरी हो गई है। दो वर्ष में आई डीडीटी का छिड़काव ही जिले में नहीं हुआ और इसमें आने वाले खर्च को भी डकार लिया गया। चौकाने वाली बात यह है कि एक्सपाइरी डीडीटी का छिड़काव कर विभाग दूसरा गबन करने पर आमादा है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परासी दुबे परिसर में स्थित एएनएम सेंटर को डीडीटी का कई वर्षों से गोदाम बनाना ही साबित करता है कि इसमें बहुत बड़ा घोटाला कई वर्षों से किया जा रहा है। एएनएम सेंटर में डीडीटी रखने के कारण टीकाकरण के लिए एएनएम आदि को पांच वर्षों से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया की संयुक्त संवाददाता टीम गुरुवार की सुबह नौ बजे प्राथमिकी स्वास्थ्य केंद्र परासी दुबे पहुंची तो स्वास्थ्य विभाग के लोगों की नींद उड़ गई। जिन लोगों के पास एएनएम सेंटर की चाबी थी, वे इंकार कर दिए। दरवाजों व खिड़कियों के झरोखों से फोटो बनाई गई। खिड़की के पास पड़ी दो बोरियों को क्लोजअप कर खींचा गया तो मिली जानकारी सही पाई गई। खिड़की के पास की दो बोरियों पर विनिर्माण तिथि क्रमश: मार्च 2019 व मार्च 2018 छपा था। समाप्ति तिथि क्रमश: फरवरी 2021 व फरवरी 2020 दर्ज थी।
इस तरह की बोरियों एएनएम सेंटर में भरी पड़ी हुई थी। जिले में मलेरिया का कहर बरप रहा है। लोग मलेरिया से बचाव के लिए डीडीटी का छिड़काव कराने की मांग कर रहे हैं। एेसे में एक हजार डीडीटी की बोरी के एक्सपाइरी हो जाने का मामला घोटाला नहीं तो और क्या है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नेम सिंह का बयान भी चौकाने वाला है। उन्होंने पहले तो जांच कराने की बात कही लेकिन दूसरी बार खबर को रोकने की बात करने लगे। इस मामले की जानकारी होने के बाद अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने गंभीरता और तहसीलदार को भेजकर एएनएम सेंटर में बने उक्त गोदाम को सील करा दिया।