हापुड़ । जनपद प्रशासन ने विभिन्न कारणों से अनाथ हो गए 44 बच्चों को चिन्हित कर उनकी शिक्षा, भरण-पोषण और अन्य आवश्कताओं की जिम्मेदारी ली है। इनमें से सात बच्चे ऐसे हैं, जिनके माता-पिता कोविड-19 महामारी का शिकार हो गए। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने बताया कि जिन बच्चों के माता-पिता की कोविड-19 के कारण मृत्यु हो गई है, उन्हें सरकार की तरफ से 4000 रुपये प्रति माह दिया जाएगा। यदि कोई परिवार इन बच्चों को अपने साथ रखने में असमर्थता जताते हैं, तो शासन द्वारा हॉस्टल की भी व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि ऐसे अनाथ बच्चों में यदि लड़की है तो उसकी शादी तक की जिम्मेदारी और यदि लड़का है तो उसके रोजगार की जिम्मेदारी शासन उठाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा राशन राहत किट भी उपलब्ध कराई गई हैं तथा इनको अंत्योदय राशन कार्ड भी जल्द उपलब्ध करा दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में भी इन बच्चों के रहने और शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है।
स्कूलों द्वारा निःशुल्क परिवहन, यूनिफॉर्म व किताबें इत्यादि इन बच्चों को मुहैया कराई जाएंगी। उप जिलाधिकारी एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी विशाल यादव ने बताया कि जिला प्रशासन ने जनपद में 44 बच्चे चिन्हित किए हैं, जिनमें से सात बच्चे ऐसे हैं, जिनके माता-पिता कोविड-19 महामारी से गुजर गए हैं।
समाजसेवक संजय कृपाल भी इस कार्य में सहयोग दे रहे है। इस अवसर पर उपस्थित हापुड़ के विधायक विजयपाल आढती ने कहा कि वह भी शासन द्वारा चलाई जा रही इस योजना में यथासंभव सहयोग करेंगे।