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मिर्ज़ापुर : बाढ़ पीड़ितों तक राहत पहुंचाने के लिए पूर्ण करें तैयारियां : डीएम
मिर्जापुर : जिले में बुधवार को जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में संभावित बाढ़, अतिवृष्टि प्रबंध योजना बनाने, क्रियान्वयन तथा बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों व पशुओं को तत्काल राहत प्रदान करने संबंधी बैठक की गई । सिचाई विभाग को निर्देश दिया कि जनपद में बनाए जाने वाले सभी बाढ़ चौकियों को कर्मचारियो की तैनाती करते हुए सक्रिय करें।
किसी भी आकस्मिक घटना, आपदा की जानकारी जनमानस तक तत्काल पहुंचाने हेतु समुचित व्यवस्था करें। सभी डैम व बंधों पर अर्लामिग सिस्टम अथवा पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया जाए, जिससे मौसम, सिचाई, सार्वजनिक निर्माण एवं उच्च तल के जनपदों अथवा शासन द्वारा बाढ़ के संबंध में भेजी गई चेतावनी से तत्काल पहुंचाई जा सके। पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि बाढ़ के पूर्व ही पशुओं के लिए चारा व भूसा की पर्याप्त व्यवस्था कर भंडारण कर लें और कर्मचारियो की तैनाती करें।
सभी उप जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी तहसीलों में कंट्रोल रूम की स्थापना करते हुए उसे 24 घंटा क्रियाशील करें, जिससे बाढ़ आने पर तत्काल राहत कार्य किया जा सकें। बाढ़ से सुरक्षा एवं प्रभावित व्यक्तियों को समय से सहयोग पहुंचाने एवं सुरक्षित स्थान पर रहने हेतु शिविर का चयन कर लिया जाए। सीएमओ सभी जीवनोपयोगी दवा का किट तथा कीटनाशक दवाओ का छिड़काव सुनिश्चित करे। एडीएम यूपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में गंगा नदी के पानी में बढ़ोतरी से बाढ़ आती है।
गंगा नदी के खतरे का निशान जनपद मे 77.724 मीटर है, जो दिनांक 24 सितंबर 2019 को 77.980 मीटर पहुंच गया था, जो खतरे के निशान से 0.256 मीटर अधिक था। जनपद में बाढ़ प्रभावित होने वाली तहसील सदर एवं चुनार को मिलाकर 493 गांव प्रभावित होते है, जिसमें तहसील सदर में 309 तथा चुनार में 184 गांव शामिल हैं। इसके मददेनजर 37 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है। उप जिलाधिकारी सदर गौरव श्रीवास्तव, चुनार सुरेन्द्र बहादुर सिंह, मड़िहान रोशनी यादव, लालगंज अमित कुमार शुक्ला, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग कन्हैया झा, डीएसओ उमेश चन्द्र आदि रहे।