अजब गजब : आम को शुरू से ही फलों का राजा कहा जाता है और ये उपाधि उसे यू ही नहीं मिली है. आपने आम की कई प्रजातियों के नाम सुनें होंगे, इसमें दशहरी, लंगाड़ा, अल्फांसो जैसे आम शामिल है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे आम की प्रजाति से रूबरू करा रहे हैं, जिसका ऐसा स्वाद है कि लोग तुरंत हजारों रुपये देने के लिए तैयार हैं. आमों के राजा के नाम से मशहूर नूर जहां किस्म का आम (Noor Jahan Mango) अपने वजन के लिए मशहूर है.पिछले साल इस आम की फसल बहुत कम हुई थी. लिहाजा इस आम शौकीन लोगों को मायूसी हाथ लगी थी. लेकिन इस बार इसकी अच्छी फसल हुई है. इसके आम पकने के पहले ही बिक जाते हैं.
अफगानिस्तानी मूल की मानी जाने वाली आम की प्रजाति नूरजहां के गिने-चुने पेड़ मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा क्षेत्र में पाए जाते हैं. यह इलाका गुजरात से सटा है. इसकी एडवांस बुकिंग तुरंत शुरू हो जाती है. एडवांस बुकिंग करने वाले लोगों में सबसे अधिक मध्य प्रदेश और गुजरात के लोग शामिल होते हैं.
इतने में बिकता है यह आम कीमतइंदौर से करीब 250 किमी दूर कट्ठीवाड़ा में नूर जहां आम की बागवानी करने वाले शिवराज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मेरे बाग में नूरजहां आम के 3 पेड़ लगे हैं. तीनों पेडों पर कुल 250 फल लगे हैं. इन सबकी बुकिंग काफी पहले हो चुकी थी. लोगों ने इस आम की कीमत 500 रुपये लेकर 1000 रुपये तक चुकाई है.
शिवराज ने आगे बताया कि आम बुकिंग करने वालों में सबसे अधिक मध्य प्रदेश और इसके पड़ोसी गुजारत के लोग आते हैं. इस बार इसका वजह करीब 2 से लेकर साढ़े तीन किलो ग्राम तक रहने वाला है. वहीं बागवानी के विशेषज्ञ इशाक मंसूरी ने कहा कि इस बार नूरजहां आम की पैदावार अच्छी हुई है लेकिन कोरोना वायरस के चलते कारोबार पर थोड़ा असर पड़ा है. पिछले साल कम पैदावार के चलते कई लोगों को इसके स्वाद से वंचित होना पड़ा था. मंसूरी ने आगे बताया कि साल 2019 में नूरजहां का वजन 2.75 किलो ग्राम के करीब रहा था. तब इसकी कीमत लोगों ने 12,00 रुपये तक चुकाई थी.
बागवानी के जानकारों का कहना है कि नूरजहां के पेड़ों पर आमतौर पर जनवरी-फरवरी से बौर आनी शुरू हो जाती है.इसके फल जून की शुरुआत में पककर बेचने के लिए तैयार हो जाते हैं. नूरजहां आम भारी भरकम आम का फल होता है. यह लंबा होकर 1 फीट तक हो जाता है. इसकी गुठली का वजन 150 से 200 ग्राम के बीच होता है.