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राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार पैतृक गांव पहुंचे रामनाथ कोविंद, आज बचपन के दोस्त से मिलने उनके घर जाएंगे
कानपुर । देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को पहली बार अपने पैतृक गांव पहुंचे. वह आज अपने बचपन के दोस्त कृष्ण कुमार अग्रवाल से मिलने उनके घर जाएंगे. उनके दोस्त काफी समय से बीमार हैं. राष्ट्रपति के कार्यक्रम में कुछ बदलाव किया गया है. पहले तय किया गया था कि कृष्ण कुमार खुद राष्ट्रपति से मिलने सर्किट हाउस पहुंचेंगे. लेकिन अब राष्ट्रपति कोविंद खुद उनके घर जाएंगे और वहां आधे घंटे तक रुकेंगे. ऐसा पहली बार होगा जब राष्ट्रपति किसी के घर जाएंगे.
राष्ट्रपति कोविंद शुक्रवार रात 8 बजे दिल्ली से कानपुर के सेंट्रल रेलवे स्टेशन (Kanpur Railway Station) पहुंचे थे. इस दौरान सीएम योगी और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उनकी अगवानी की. रात को राष्ट्रपति कोविंद ने अपनी पत्नी के साथ सर्किट हाउस में ही आराम किया. राष्ट्रपति को सर्किट हाउस छोड़ने के बाद सीएम योगी (CM Yogi) उनके साथ करीब आधे घंटे वहीं रुके. जबकि राज्यपाल लखनऊ के लिए रवाना हो गईं.
इससे पहले झींझक में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि सभी से दूरियां दिल में नहीं बल्कि कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से हैं. इसके साथ ही उन्होंने सभी से कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए मास्क और सोशल डिस्टिंसिंग की अपील की. साथ ही उन्होंने सभी को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए भी प्रोत्साहित किया.
बातदें कि राष्ट्रपति कोविंद मगहाराज एक्सप्रेस से कानपुर पहुंचे थे. कानपुर पहुंचने से पहले ट्रेन झींझक में रुकी थी. उन्होंने वहां कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया साथ ही कुछ लोगों से मुलाकात भी की थी. अपने भाषण में उन्होंने कहा कि दूसरे लोगों की तरह वह भी देश के नागरिक हैं. लेकिन इस पक्ति में वह सबसे ऊपर हैं इसीलिए वह प्रथम नागरिक हैं.
बतादें कि साल 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने ट्रेन से सफर किया था. उसके बाद करीब 15 साल बाद किसी राष्ट्रपति ने ट्रेन से सफर किया है. डॉ. कलाम देहरादून पासिंग मिलिट्री परेड में शामिल होने ट्रेन से पहुंचे थे. अब राष्ट्रपति कोविंद ट्रेन से अपने पैतृक गांव पहुंचे हैं. जब वह दिल्ली से कानपुर के लिए निकले तो रेल मंत्री पीयुष गोयल खुद उन्हें ड्ऱॉप करने रेलवे स्टेशन पहुंचे थे.