नई दिल्ली । कोरोना के खिलाफ रूस में बना टीका स्पुतनिक V मंगलवार से दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में उपलब्ध होने की संभावना है। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया है कि रूस के गामालेया संस्थान द्वारा विकसित स्पुतनिक V, वैक्सीन रोलआउट अस्पताल द्वारा प्राप्त खेप की संख्या पर निर्भर करेगा।
अपोलो हॉस्पिटल्स के अलावा, दिल्ली में मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल भी इस सप्ताह के अंत तक लोगों को स्पुतनिक V कोविड -19 वैक्सीन देने की प्रक्रिया शुरू कर देगा। समाचार एजेंसी एएनआई ने अस्पताल प्रशासन का हवाला देते हुए बताया कि मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल 20 जून तक वैक्सीन स्पुतनिक V को अस्थायी रूप से देना शुरू कर देगा। इसके लिए अब से लोग CoWIN पोर्टल के माध्यम आम लोग स्लॉट बुक कर सकेंगे।
केंद्र ने वैक्सीन की कीमत ₹1,145 प्रति खुराक तय की है। अपोलो हॉस्पिटल्स और डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज द्वारा स्पुतनिक वी रोलआउट का पहला फेज 17 मई को हैदराबाद में और अगले दिन विशाखापत्तनम में पायलट बेसिस पर शुरू हुआ था। ये रूसी वैक्सीन हैदराबाद के कॉन्टिनेंटल अस्पतालों में भी उपलब्ध है। एएनआई ने इस मामले से परिचित लोगों का हवाला देते हुए यह भी बताया कि रविवार को दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज के कर्मचारियों को स्पुतनिक V दिया गया था। स्पुतनिक V की 1000 खुराक अपोलो अस्पताल में पहुंची और 179 खुराक डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज के कर्मचारियों को दी गई।
डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज ने भारत में इस वैक्सीन के रोलआउट के लिए रशियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) के साथ भागीदारी की है, जो विश्व स्तर पर कोविड -19 वैक्सीन बेचता है। गमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा विकसित स्पुतनिक V, कोविड -19 के खिलाफ दुनिया का पहला रजिस्टर्ड टीका है और इसे पिछले अगस्त में मॉस्को में रेगुलेटरी अप्रूवल दिया गया था। इस दो डोज वाली वैक्सीन को अब 67 देशों में अधिकृत किया गया है।
स्पुतनिक वी ने अपने हाइहेस्ट एफिशिएंसी रेट र 91.6 प्रतिशत होने का दावा किया है। इससे पहले मॉडर्ना और फाइजर टीकों में भी 90 प्रतिशत से अधिक की प्रभावकारिता है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अभी तक स्पुतनिक वी को आपातकालीन टीके के रूप में मंजूरी नहीं दी है।
स्पुतनिक लाइट को भी जल्द मिलेगी मंजूरी
भारत में जल्द ही सिंगल डोज वैक्सीन स्पुतनिक लाइट को भी मंजूरी मिलने की उम्मीद है। पीटीआई ने मई के अंत में बताया कि सरकार भारत में स्पुतनिक वी की सिंगल-डोज़ कोविड -19 वैक्सीन स्पुतनिक लाइट को जल्द लॉन्च कर सकती है।