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यूपी के आधार कार्ड नंबरों पर महाराष्ट्र में लग रही वैक्सीन, बड़े फर्जीवाड़े की आशंका

यूपी के आधार कार्ड नंबरों पर महाराष्ट्र में लग रही वैक्सीन, बड़े फर्जीवाड़े की आशंका

लखनऊ । वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन करने के दौरान लोगों को आधार कार्ड का नम्बर दूसरे के नाम पर दर्ज मिल रहा है। भुक्तभोगियों का कहना है कि जब तक रजिस्ट्रेशन दूसरे के नाम से दर्ज है तब तक वह खुद नहीं करा सकते। बिना रजिस्ट्रेशन वैक्सीन नहीं लगेगी। नतीजतन वैक्सीन लगवाने वाले मन मसोस कर रह जा रहे हैं। खास बात यह है कि राजधानी और यूपी के लोगों के आधार नम्बर का प्रयोग दूसरे राज्यों में हुआ है। आधार नम्बर पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले कई नाम महाराष्ट्र राज्य के हैं।

एक भुक्तभोगी एसपी भारती ने बताया कि उन्होंने जब पूरे परिवार का वैक्सीनेशन कराने के लिए रजिस्ट्रेशन कराना चाहा तो सभी के आधार नम्बर पर पहले से ही रजिस्ट्रेशन हो चुका था। उदाहरण के लिए अंजलि के आधार नम्बर पर किसी जयंती राउल का रजिस्ट्रेशन मिला। उनके आधार नम्बर पर किसी पूनचान का रजिस्ट्रेशन था। इनके अलावा धीरज रावत ने जब पंजीकरण कराना चाहा तो उनका आधार नम्बर बरौत कांताबेन रामजीबाई के नाम पर दर्ज मिला। एक अन्य भुक्तभोगी का आधार नम्बर संजना सावंत के नाम पर दर्ज था।


भुक्तभोगियों का कहना है कि उनके आधार नम्बर पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले नाम महाराष्ट्र राज्य के हैं। या तो किसी खास केन्द्र पर फर्जीवाड़ा हुआ है या कहीं से आधार नम्बर लीक किए गए हैं। यह भी हो सकता है कि जल्दबाजी में लोग अपना आधार नम्बर गलत दर्ज कर दे रहे हों।


मेगा शिविरों में वैक्सीन कार्य से जुड़े प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि ऐसी शिकायतें काफी संख्या में आ रही हैं। अब तक 50 से अधिक शिकायतें आ चुकी हैं। इकाना स्टेडियम मेगा शिविर के नोडल अधिकारी एसडीएम सदर प्रफुल्ल त्रिपाठी के अनुसार यदि आपका आधार किसी दूसरे के नाम से दर्ज दिख रहा है तो परेशान न हों। ऐप में ही गलत नाम हटाने का विकल्प दिया हुआ है। जिसके नाम का आधार है उसका मोबाइल नम्बर पहले से दर्ज है इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है।


यदि आरोग्य सेतु से वैक्सीनेशन कराने के लिए रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं तो पहले मोबाइल नम्बर भरना होता है। इसके बाद आधार नम्बर दर्ज करना होता है। यदि संबंधित आधार नम्बर पर पहले ही किसी ने रजिस्ट्रेशन करा रखा है तो रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया वहीं रुक जाती है।