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वाराणसी : बिजली कार्य कागज में मेंटिनेंस, ढाई करोड़ खर्च के बाद भी हकीकत में हाल जर्जर
वाराणसी । पहले बारिश, अब बढ़ती गर्मी से बढ़े लोड का है बहाना। यह हाल तब है जब कि हर वर्ष लगभग ढाई करोड़ रुपये मेंटिनेंस के नाम पर बिजली विभाग खर्च करता है। फिर भी भीषण गर्मी में लोकल फाल्ट के कारण जनता पसीना पोछकर और रतजग्गा करके बीता रही है। 24 घण्टे निर्बाध बिजली आपूर्ति की जगह मात्र 12-16 घण्टे ही आपूर्ति हो रही है। लेकिन कागजों पर विभाग 20-22 घण्टे आपूर्ति देने का वायदा कर रहा है।
सच्चाई यह है कि जनता को लगभग 8-10 घण्टे बिना बिजली के रहना पड़ रहा है। आधे घण्टे से ज्यादा की कटौती होने पर उपभोक्ताओं का धड़कन बढ़ जा रहा है। वह तुरंत ही उपकेंद्र का फोन घनघनाना शुरू कर दे रहे है। वहां रटा-रटाया जवाब मेंटिनेंस कार्य के लिए शटडाउन लिया गया है। कुछ देर में आपूर्ति बहाल हो जाएगी। दिन में यह चंद बातें सुनकर उपभोक्ताओं में थोड़ी उम्मीद बनी रहती है। रात तो स्थिति तो और बदतर है। न तो उपकेंद्र का फोन उठता है और न हीं जेई और एसडीओ का नम्बर।
विभागीय सूत्रों की मानें तो कोरोना के कारण इस वर्ष मेंटिनेंस कार्य नहीं किया गया है। आदेश था कि महामारी के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाए। उस समय सामान्य कम और लोड कम था। यदि फरवरी-मार्च में भीषण गर्मी पड़ती तो जो हाल जून में जनता को भुगतना पड़ रहा है वह उसी समय भुगतान पड़ता। फिर भी विभाग के पास बहने की कोई कमी नहीं है।
- खराब बस बार को बदलना
- लीड को बदलना
- ट्रांसफार्मर की रिफिलिंग करना
- विद्युत तारों पर लटकती डालियों की छंटाई करना
- लूज जंफर और डीओ को दुरुस्त करना
हरहाल में 24 घंटे निर्बाध हो बिजली आपूर्ति : एमडी
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी) विद्याभूषण ने मंगलवार को भिखारीपुर स्थित पूर्वांचल डिस्काम सभागार में अधिकारियों की बैठक ली। इसमें निगम के निदेशक (तकनीकी) पृथ्वीपाल सिंह, निदेशक (वाणिज्य) ओपी दीक्षित सहित तमाम अधिकारी मौजूद थे। एमडी विद्याभूषण ने यहां पर कार्यकाल संभालने के दूसरे दिन डिस्कॉम मुख्यालय में तैनात सभी अभियंता अधिकारियों एवं गैर अभियंता अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। इस दौरान निदेशकगण ने पावर प्वाइंट के माध्यम से अपने-अपने विंग के कार्यों, उपलब्धियों एवं लक्ष्य को प्रबंध निदेशक के समक्ष प्रस्तुत किया। इसके बाद प्रबंध निदेशक ने डिस्कॉम से जुड़े सभी मुख्य अभियंता (वितरण) से आनलाइन बात की। उन्होंने से भी हरहाल में 24 घंटे निर्बाध आपूर्ति के निर्देश दिए।