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वाराणसी : सीएसआर फंड दुगना करने के लालच में हुई पीएनबी के प्रबंधक की हत्या, छह गिरफ्तार

वाराणसी : सीएसआर फंड दुगना करने के लालच में हुई पीएनबी के प्रबंधक की हत्या, छह गिरफ्तार

वाराणसी ।फूलपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक की रखियांव शाखा के प्रबंधक फूलचंद राम की हत्या सीएसआर (कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी ) फंड दोगुना करने का लालच देकर की गई थी। इस संबंध में छह आरोपितों को फूलपुर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया। वहीं हत्या व लूट के मास्टर माइंड सहित पांच अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। 

फरार आरोपितों में शूटर भी शामिल है। हालांकि पुलिस गायब 20 लाख नकद व उस गाड़ी तक नहीं पहुंच सकी है जिससे वारदात के बाद आरोपित फरार हुए थे। अपर पुलिस महानिदेशक जोन बृज भूषण शर्मा ने पुलिस टीम को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की। गिरफ्तार आरोपितों में मंडुवाडीह का शिवा श्रीवास्तव, बड़ागांव का मुकेश पाल, पिंडरा का अतुल सिंह व अतुल विश्वकर्मा, फूलपुर का संजय पटेल और सुनील पटेल शामिल हैं। इन पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जाएगी। इस सफलता में गाजीपुर, भदोही सहित अन्य जिलों की पुलिस भी शामिल थी।

रविवार को यातायात पुलिस लाइन में एडीजी बृज भूषण, पुलिस महानिरीक्षक एसके भगत व ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अमित वर्मा ने आरोपितों को मीडिया के सामने पेश किया। उन्होंने बताया कि गत नौ जून की शाम जौनपुर के जलालपुर थानांतर्गत कुसियां निवासी प्रबंधक की स्काॢपयो सवार अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने स्कार्पियो में से खोखा कारतूस व एक थैले में रखे 27 लाख रुपये बरामद किए थे। जांच व पूछताछ में पता चला कि एक थैला बदमाश ले गए जिसमें 20 लाख रुपये थे। इस सनसनीखेज वारदात का राजफाश करने के लिए सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने के साथ कई मोबाइल फोन की काल डिटेल रिकार्ड की जांच की।

 वारदात स्थल का निरीक्षण, वादी, बैंक कर्मचारियों के बयान व सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन से यह पता चला कि बैंक प्रबंधक फूलचंद राम ने वारदात के दिन पीएनबी की मडियाहूं शाखा से कुल 41 लाख रुपये करखियांव शाखा मे जमा करने के लिए निकाले थे। करखियांव शाखा आने पर प्रबंधक द्वारा भौतिक रुप से कैश जमा किए बिना ही वाउचर में 41 लाख रुपये जमा दिखाए गए। इसके बाद छह लाख रुपये कैशियर से और लिए गए।


 शाम करीब साढ़े पांच बजे प्रबंधक आरोपित सुनील कुमार पटेल के साथ दो झोले में रुपये लेकर बाहर निकले और खुद की बुलाई स्कार्पियो से बनारस की ओर निकले। इसे आरोपित संजय पटेल चला रहा था। कैथौली तिराहे के समीप पटेल ढाबा के पास एक स्काॢपयो पहले से खड़ी थी जिसमें चार व्यक्ति सवार थे। वहीं पर संजय और सुनील के परिचित व दोस्त आरोपित मुकेश एवं अतुल विश्वकर्मा भी खड़े थे। उक्त स्काॢपयो में सवार व्यक्ति मुकेश के बुलाने पर आए थे। पटेल ढाबा के पास कुछ देर तक प्रबंधक व उनके साथ के व्यक्तियों तथा दूसरे स्काॢपयो में सवार व्यक्तियों के बीच वार्ता होती रही।