वाराणसी । जिले में संभावित बाढ़ की आशंका को देखते हुए पशुओं को गला घोंटू सहित अन्य बीमारियों से बचाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी के निर्देश पर सोमवार को जिले में पशु चिकित्सा शिविर लगाया गया है।
सीडीओ श्री मधुसूदन हुल्गी ने केसरी न्यूज़ नेटवर्क के संवादादता को बताया कि जनपद के तीन विकास खण्ड चोलापुर, चिरईगांव व काशी विद्यापीठ के कुल 69 ग्राम सभा में संचालित 113 गोवंश आश्रय स्थल में एवं गंगा किनारे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बीते 02 जून से चल रहे कैम्प में अब तक 17 हजार 632 पशुओं को गला घोंटू टीकाकरण, कृमिनाशक दवा पान व निशुल्क दवा वितरण किया गया। उन्होंने कहा बताया कि शिविर में बीमार पशुओं का चिकित्सा भी हो रहा है।
साथ में सेक्स साॅर्टेड सीमेन द्वारा गायों में गर्भाधान कार्य के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। ताकि निराश्रित एवं बेसहारा पशुओं से छुटकारा पाया जा सके।
सीडीओ के अनुसार अनवरत रूप से गंगा किनारे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पशु चिकित्सा शिविर चलता रहेगा, साथ ही साथ सांसद आदर्श ग्रामों में भी पशु चिकित्सा कैम्प के लिए पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक शाहंशाहपुर, तिलंगा, बालीपुर, माधोपुर एवं मूढादेव आदि ग्रामों में शिविर का आयोजन किया जा चुका है।
हरा चारा उत्पादन के लिए 3.9 कुन्तल पीसी-9 ज्वार चारा बीज पशु चिकित्सालयों में उपलब्ध है। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी गोवंश आश्रय स्थलों में नियमित भ्रमण के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी एवं वेटनरी फार्मासिस्ट को निर्देशित किया।