चंदौली । खरीफ सीजन में किसानों को धान की रोपाई के लिए पर्याप्त पानी चाहिए लेकिन मैढ़ी नहर के टेल पर बसे आधा दर्जन गांवों के किसानों के खेत बेपानी हैं। नहर के टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा। इससे धान की नर्सरी की सिचाई में परेशानी हो रही है। वहीं धान की रोपाई के समय पानी के अभाव में विकट समस्या झेलनी होगी। शिकायत के बावजूद सिचाई विभाग के अधिकारी किसानों की समस्या को लेकर बेपरवाह हैं। ऐसे में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। मैढ़ी नहर सिल्ट व झाड़-झंखाड़ से पटी हुई है। इसके चलते हर साल खरीफ सीजन में पानी की किल्लत होती है। किसान हर बार नहर की सफाई कराने के लिए हंगामा करते हैं, लेकिन अधिकारी इसको लेकर बेपरवाह बने हुए हैं। किसान कन्हैया पांडेय, सुभाष उपाध्याय, भैरोनाथ गुप्ता, भीम सिंह, गप्पू सिंह का कहना है कि कई वर्षों से माइनर की सफाई नहीं कराई गई। कांटा साइफन से पानी टेल तक नहीं पहुंच पाता। यदि नहर को पूरी क्षमता से भी संचालित किया जाए तो भी टेल पर पानी कुलावा नहीं पकड़ पाता है। इससे परेशानी होती है।